खेत-खलियान पर आपका स्‍वागत है - शिवनारायण गौर, भोपाल, मध्‍यप्रदेश e-mail: shivnarayangour@gmail.com

Monday, May 18, 2009

हर किसान पर 14 हजार का कर्ज

भोपाल । मप्र के किसानों की आर्थिक स्थिति के बारे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। प्रदेश के हर किसान पर औसतन 14 हजार 218 रुपए का कर्ज है। वहीं प्रदेश में कर्ज में डूबे किसान परिवारों की संख्या भी चौंकाने वाली है। यह संख्या 3211000 है। खास बात तो यह है कि मप्र में शून्य से 225 रुपए मासिक प्रति व्यक्ति आय वाले किसान पर 6305 रुपए का कर्ज है। वहीं प्रदेश के 950 रुपए प्रति व्यक्ति मासिक आय वाले किसान पर 52418 रुपए कर्ज है।

मप्र के कर्जदार किसानों में 23 फीसदी किसान ऐसे हैं, जिनके पास 2 से 4 हेक्टेयर भूमि है। साथ ही 4 हेक्टेयर भूमि वाले कृषकों पर 23456 रुपए कर्ज चढ़ा हुआ है। कृषि मामलों के जानकारों का कहना है कि प्रदेश के 50 प्रतिशत से अधिक किसानों पर संस्थागत चढ़ा हुआ है। किसानों के कर्ज का यह प्रतिशत सरकारी आंकड़ों के अनुसार है, जबकि किसान नाते/रिश्तेदारों, व्यवसायिक साहूकारों, व्यापारियों और नौकरीपेशा से भी कर्ज लेते हैं। जिसके चलते प्रदेश में 80-90प्रतिशत किसान कर्ज के बोझ तले दबे हैं।

इसे मानवीय मुद्दा बनाएगी कांग्रेस

किसानों की आत्महत्या के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों के 50 हजार रुपए तक कर्ज माफी का कहा था, लेकिन यह बात भुला दी गई। जिस क्षेत्र में किसानों ने आत्महत्या की है, वहां नहर नहीं है। किसान टच्यूबवेल से काम चला रहे हैं।

उन्हें बिजली नहीं मिलती है, जबकि बिजली के बिल मिल रहे हैं। पहले जहां 30 से 40 गुना पैदावार होती थी, वहां भी यह घट गई है। ऐसे में लाचार किसान आत्महत्या के सिवाय क्या कर सकता है। कांग्रेस किसानों की आत्महत्या के मामले को राजनैतिक नहीं बल्कि मानवीय मुद्दा बनाएगी। - सुरेश पचौरी प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

पिछले दिनों भोपाल में बबलू मीणा की आत्महत्या के मामले को दबा दिया गया। जांच में कहा गया है कि वह शराबी था, लेकिन हकीकत यह है कि सरकार अधिकारियों के जरिए अपने किए पर परदा डाल रही है। किसानों की आत्महत्या का प्रमुख कारण बढ़ता कर्ज है। कांग्रेस इस मामले का फैसला जन अदालत में कराएगी। - केके मिश्रा प्रदेश प्रवक्ता, कांग्रेस

सरकार बिजली उपलब्ध कराने और कर्जमाफी का वादा भूल गई है। बनखेड़ी मामले में किसानों को बिजली नहीं मिली, लेकिन मोटी रकम वाले बिजली बिल दिए गए हैं। - अरविंद मालवीय प्रदेश प्रवक्ता, कांग्रेस

किसानों के कर्ज के मुख्य कारण

कारण - कर्ज का प्रतिशत

कृषि में पूंजीगत व्यय 47.2 कृषि में वास्तविक व्यय 21.3

गैर कृषि व्यवसायी पर व्यय 0.14

उपभोग व्यय 9.6

विवाह/सामाजिक व्यवहार पर व्यय 14.4

शिक्षा व्यय 0.01

स्वास्थ्य पर व्यय 3.6

अन्य व्यय 2.7

(नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन के नेशनल सैंपल सर्वे के 59वें चक्र के आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर)

कहां से लेते हैं किसान कर्ज

स्रोत कर्ज (प्रतिशत में)

सरकार 1.9

सहकारी समितियां 16.9

बैंक 38.1

व्यवसायिक साहूकार 22.1

व्यापारी 9.0

रिश्तेदार/मित्र 10.1

डॉक्टर/वकील 0.05

अन्य 0.08

राधेश्‍याम दांगी द्वारा लिखित यह आलेख दैनिक भास्‍कर के 6 अप्रैल के अंक में प्रकाशित हुआ था। राधेश्‍याम विकास संवाद की मीडिया फेलोशिप इन दिनों कर रहे हैं। खेत खलियान की ओर से शिवनारायण गौर


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