नई दिल्ली/चंडीगढ़. केंद्र सरकार ने पूसा 1121 किस्म के धान की खरीद पर पाबंदी हटा ली है। इसके बाद किसान अपना धान फिर मंडियों में लाने लगे हैं। 1700 रुपए क्विंटल के आस-पास खरीदे जा रहे इस धान की कीमत उन्हें 2200 रुपए क्विंटल तक मिलने लगेगी।
इंटरनेशनल मार्केट में मांग: इंटरनेशनल मार्केट में पाकिस्तान के बासमती धान के बाद पूसा 1121 किस्म की ही मांग है। किसान 8 एमएएम क्वालिटी के इस धान की 18 से 22 क्विंटल प्रति एकड़ तक पैदावार ले रहे हैं। पिछले साल केंद्र सरकार ने पूसा को बासमती की श्रेणी से अलग नहीं किया था, केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अचानक आए फैसले से किसान परेशान थे।
खरीद के बाद लगनी चाहिए थी रोक :
पाबंदी के पीछे निर्यातकों के दबाव की राजनीति मानी जा रही है। इस धान की बुआई तक इसे बासमती की श्रेणी से बाहर नहीं किया गया था। हरियाणा सरकार का तर्क है कि अगर इसे बासमती श्रेणी से बाहर करना ही था तो खरीद के बाद करना चाहिए था।
इंटरनेशनल मार्केट में मांग: इंटरनेशनल मार्केट में पाकिस्तान के बासमती धान के बाद पूसा 1121 किस्म की ही मांग है। किसान 8 एमएएम क्वालिटी के इस धान की 18 से 22 क्विंटल प्रति एकड़ तक पैदावार ले रहे हैं। पिछले साल केंद्र सरकार ने पूसा को बासमती की श्रेणी से अलग नहीं किया था, केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के अचानक आए फैसले से किसान परेशान थे।
खरीद के बाद लगनी चाहिए थी रोक :
पाबंदी के पीछे निर्यातकों के दबाव की राजनीति मानी जा रही है। इस धान की बुआई तक इसे बासमती की श्रेणी से बाहर नहीं किया गया था। हरियाणा सरकार का तर्क है कि अगर इसे बासमती श्रेणी से बाहर करना ही था तो खरीद के बाद करना चाहिए था।
मांगें गए आंकड़े :
इस दौरान कितना धान बिका और किसानों को कितना नुकसान हुआ, इसके आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। कृषि विभाग के निदेशक अशोक खेमका के मुताबिक पाबंदी हटने से किसान ज्यादा नुकसान से बच गए हैं।
कैसे लगा किसानों को चूना: पंजाब की मंडियों में 22 अक्टूबर तक कुल 94 लाख टन धान की खरीद सरकारी व निजी कंपनियों ने की है। एफसीआई व अन्य सरकारी एजेंसियों ने 69 लाख टन खरीदा है, जबकि शेष निजी कंपनियों ने खरीदा है। निजी कंपनियों ने पूसा व अन्य गैर बासमती किस्मों की खरीद आम कीमत से करीब दो से तीन सौ रुपए प्रति क्विंटल कम पर की है। अगर औसतन प्रति क्विंटल सौ से डेढ़ सौ का घाटा हुआ है तो यह २क् करोड़ से ज्यादा है।
अधिक का हो जाता है।
कितना धान खरीदा गया
पंजाब पंजाब में अब तक 90 लाख टन से ज्यादा धान खरीदा गया है। सरकारी एजेंसियों ने 73 लाख टन से ज्यादा और मिल मालिकों ने 17 लाख टन से ज्यादा की खरीद की। किसानों को भुगतान के लिए पंजाब सरकार ने रिजर्व बैंक से 7439 करोड़ रुपए का प्रबंध किया है।
हरियाणा हरियाणा में अब तक 23 लाख टन से ज्यादा धान खरीदा गया है। सरकारी एजेंसियों ने 24.08 लाख टन और मिल मालिकों ने 9.21 लाख टन धान खरीदा। किसानों को भुगतान के लिए हरियाणा सरकार ने रिजर्व बैंक से 985 करोड़ रुपए का बंदोबस्त किया है।
भास्कर न्यूज
Thursday, October 25, 2007 06:49 [IST]
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